परिचय
नेटफ्लिक्स पर 14 फरवरी 2025 को रिलीज़ हुई “Dhoom Dhaam” एक रोमांटिक, कॉमेडी और थ्रिलर फिल्म है, जिसका निर्देशन Rishab Seth ने किया है। फिल्म की पटकथा अर्श अरोड़ा और आदित्य धर ने लिखी है। मुख्य भूमिकाओं में Pratik Gandhi और Yami Gautam धर नजर आते हैं।
“Dhoom Dhaam” एक ऐसी फिल्म बनना चाहती थी, जो रोमांस, कॉमेडी और थ्रिलर का बेहतरीन मिश्रण पेश करे, लेकिन फिल्म न पूरी तरह से रोमांटिक बन सकी, न हास्य उत्पन्न कर सकी, और न ही इसमें सस्पेंस और थ्रिल का तत्व ठीक से विकसित हो पाया।
कहानी का सारांश
“Dhoom Dhaam” की कहानी एक नए शादीशुदा जोड़े के इर्द-गिर्द घूमती है। क्या हो अगर सुहागरात की रात कोई अचानक आपके कमरे का दरवाजा खटखटाए और सीधे आप पर रिवॉल्वर तान दे? Film की शुरुआत इतनी रोमांचक है कि दर्शकों को एक बेहतरीन थ्रिलर की उम्मीद बंध जाती है। लेकिन इसके बाद फिल्म काल्पनिक घटनाओं के जाल में फंस जाती है, जिससे कहानी की पकड़ कमजोर हो जाती है।
कई जगहों पर “Dhoom Dhaam” का प्लॉट इतना अविश्वसनीय लगता है कि दर्शकों को कहानी से जुड़ने में कठिनाई होती है। कहानी में कुछ मोड़ जरूर हैं, लेकिन वे इतने बेतुके हैं कि रोमांच पैदा करने में असफल रहते हैं। अंत में एक बड़े रहस्य का खुलासा होता है, लेकिन यह भी संतोषजनक नहीं लगता।
फिल्म की खासियतें
- सिनेमेटोग्राफी और लोकेशंस: “Dhoom Dhaam” की सिनेमेटोग्राफी शानदार है। लोकेशंस को बखूबी शूट किया गया है, जो दृश्य अनुभव को समृद्ध बनाते हैं।
- बैकग्राउंड स्कोर: फिल्म का बैकग्राउंड म्यूजिक अच्छा है, लेकिन कई जगहों पर यह थ्रिलर इफेक्ट को बढ़ाने में विफल रहता है।
- डायलॉग्स: कुछ डायलॉग्स प्रभावशाली हैं, लेकिन कुल मिलाकर संवाद लेखन औसत दर्जे का है।
कलाकारों का प्रदर्शन
Pratik Gandhi: “Dhoom Dhaam” में Pratik Gandhiका प्रदर्शन बेजान नजर आता है। उनकी पिछली फिल्मों जैसे स्कैम 92, दुरंगा और मड़गांव एक्सप्रेस में उन्होंने बेहतरीन काम किया था, लेकिन इस फिल्म में उनके किरदार में कोई दम नहीं दिखता। ऐसा लगता है कि उन्हें खुद भी अपने किरदार पर भरोसा नहीं था।
Yami Gautam धर: Yami Gautam फिल्म की जान हैं। उन्होंने अपने किरदार को जीवंत बना दिया है और एक निडर, आत्मनिर्भर महिला के रूप में उभरती हैं। उनकी परफॉर्मेंस दर्शकों को बांधे रखती है।
Pavitra Sarkar: Pavitra Sarkar एक छोटे से कैमियो रोल में हैं। उनके किरदार में कोई नवीनता नहीं है, और यह सिर्फ उनके पिछले रोल्स की पुनरावृत्ति है।
Eijaz Khan: Eijaz Khan ने अपने किरदार के साथ न्याय किया है और उनकी परफॉर्मेंस अच्छी है। अन्य सहायक कलाकारों का प्रदर्शन औसत है।
स्क्रीनप्ले और निर्देशन
“Dhoom Dhaam” की सबसे कमजोर कड़ी इसकी स्क्रीनप्ले और निर्देशन है। फिल्म जिस तरह आगे बढ़ती है, वह अविश्वसनीय लगता है।
फिल्म की शुरुआत बेहद रोमांचक है, लेकिन जैसे-जैसे कहानी आगे बढ़ती है, यह अपनी पकड़ खो देती है।
कई जगहों पर कहानी बेमतलब की घटनाओं में उलझ जाती है, जिससे फिल्म की गति धीमी हो जाती है।
अनावश्यक दृश्य जैसे स्ट्रिप क्लब सीक्वेंस कहानी में जबरदस्ती जोड़े गए लगते हैं।

फिल्म की कमजोरियाँ
थ्रिल की कमी: शुरुआत के अलावा, फिल्म में ऐसा कोई सीन नहीं है जो दर्शकों को वास्तव में रोमांचित कर सके।
अविश्वसनीय प्लॉट: कहानी की घटनाएं बेहद अवास्तविक लगती हैं।
महिला सशक्तिकरण का गलत चित्रण: आधुनिक नारी को आत्मनिर्भर दिखाने के बजाय बैचलर पार्टी और अर्धनग्न परिधान पहनने जैसी चीजों को जबरदस्ती जोड़ा गया है।
कमजोर पटकथा और निर्देशन: कहानी की पटकथा बेहतर हो सकती थी।
फाइनल वर्डिक्ट और रेटिंग
“Dhoom Dhaam” एक ऐसी फिल्म बन सकती थी, जो रोमांस, हास्य और थ्रिल का सही मिश्रण पेश करती, लेकिन यह कहीं भी उम्मीदों पर खरी नहीं उतरती। फिल्म में कुछ रोमांचक क्षण हैं, लेकिन वे भी कहानी के कमजोर होने की वजह से अपना प्रभाव खो देते हैं।
अगर आप Yami Gautam के प्रशंसक हैं, तो आप फिल्म देख सकते हैं, लेकिन अगर आप एक अच्छी थ्रिलर की तलाश में हैं, तो “Dhoom Dhaam” आपके लिए निराशाजनक साबित होगी।
रेटिंग: ⭐⭐ (2/5)
निष्कर्ष
“Dhoom Dhaam” एक बेहतरीन थ्रिलर बनने की क्षमता रखती थी, लेकिन कमजोर पटकथा, अविश्वसनीय कहानी और बेजान अभिनय के कारण यह निराशाजनक साबित होती है। Yami Gautam का अभिनय ही Film की एकमात्र खासियत है।
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