Black Warrant
नेटफ्लिक्स पर रिलीज़ हुई वेब सीरी़ज, Black warrant 1980 के दशक की पृष्ठभूमि पर आधारित कुछ सच्ची घटनाओं पर आधारित है, जिसे कहानी के मुख्य पात्र,तत्कालीन तिहाड़ जेल के जेलर के नजरिए से बताया गया है। सात एपिसोड में, प्रति एपिसोड लगभग 40 मिनट, में सिमटी ,उस समय काल की एक सम्पूर्ण कथा, कई रहस्यों से पर्दा उठाती है, जिसे जेल के बाहर का व्यक्ति नहीं जान सकता है।
Black Warrant का अर्थ और संदर्भ
Black warrant, death warrant का ही शाब्दिक चातुर्य है। मृत्यु शब्द किसी के भी मन में, दहशत और भय पैदा कर देता है, भले ही उस संबंधित व्यक्ति ने स्वयं अन्य को मौत दी हो पर स्वयं की नियत आगत मृत्यु भय का ऐसा भाव ला सकती है कि कैदी फांसी से पहले ही स्वयं को कोई हानि या नुक्सान पहुँचा सकता है। इसके बचाव के लिए जेल में death warrant को ब्लैक वारंट के रूप में परिभाषित किया जाता है।
Black Warrant का अर्थ और संदर्भ
कहानी Black warrant का काल खंड 1980-1984 के बीच का है , जब सुनील गुप्ता अपनी जेलर की नौकरी की शुरुआत करते हैं। कहानी उनके नौसिखियापन, जेल के भयावह माहौल,कैदिओं की पारस्परिक प्रतिस्पर्धा, वर्चस्व बनाय रखने की जद्दोजहद, अधिकारियों की अपराधियों के साथ सांठ गाँठ आदि विभिन्न स्तिथिओं परिस्तिथियों को दर्शाते हुए, सुनील गुप्ता के व्यक्तित्व परिवर्तन को रोचक ढंग से प्रस्तुत करती है।
कहानी Black warrant तत्कालीन, तिहाड जेल के अनेक रहस्यों का भी खुलासा करते हुए, जेल जीवन की एक भयावह तस्वीर प्रस्तुत करती है। जेल में, रंगा बिल्ला की फांसी के विषय में एक विशिष्ट जानकारी भी साझा करती है कि रंगा और बिल्ला अन्त समय तक एक दूसरे पर ही उन बच्चों की हत्त्या का आरोप लगाते रहे,जिन दो बच्चों का उन्होंने मार डाला था, कि वह निर्दोष है और दूसरे ने ही यह जघन्य अपराध किया है जिसकी सजा उसे मिल रही है। हमें पहली बार यह तथ्य, भी इस वेब सीरी़ज Black warrant में पता चला कि फांसी दिए जाने के बावजूद, रंगा की मौत नहीं हुई थी और उसे किस प्रकार शांत किया गया, यह देख कर कोई भी व्यक्ति विचलित हो सकता है।
कहानी Black warrant चार्ल्स शोभराज के चरित्र को भी सतही तौर पर स्पर्श करती है। उसके तिहाड़ जेल में रहन सहन, ठाठ बाट और जेल अधिकारियों पर उसके प्रभाव को महसूस कराती है।

कहानी Black warrant के अधिकतर कलाकर नए हैं जो कि उन सभी के चरित्र के अनुरूप ही हैं किसी की कोई पूर्व छवि न होने से, उनके अभिनय का नयापन आकर्षित और हतप्रभ करता है। मुख्य कलाकार,जिन्होंने सुनील गुप्ता का चरित्र निभाया है, ज़हान कपूर, महान अभिनेता शशि कपूर के पोते और कुणाल कपूर के बेटे हैं। उन्होंने अपनी पारिवारिक अभिनय परंपरा का उचित निर्वहन किया है।
Black Warrant की खास बातें
- यह सीरीज़ तिहाड़ जेल के रहस्यों को खोलती है।
- रंगा और बिल्ला की फांसी से जुड़े अनसुने तथ्यों को सामने लाती है।
- कुख्यात अपराधी चार्ल्स शोभराज की जेल में जीवनशैली को भी दर्शाया गया है।
- Black Warrant में अभिनय करने वाले अधिकतर कलाकार नए हैं, जिससे उनके किरदार और अधिक वास्तविक लगते हैं।
निष्कर्ष
Black Warrant एक दमदार वेब सीरीज़ है जो क्राइम, थ्रिल और सस्पेंस से भरपूर है। अगर आप सच्ची घटनाओं से प्रेरित क्राइम ड्रामा देखना पसंद करते हैं, तो यह वेब सीरीज़ आपको जरूर देखनी चाहिए।
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