ROMEO,जैसा कि नाम से ही स्पष्ट हो जाता है कि यह एक Tamil Romantic Drama फ़िल्म है जिसे Vinayak Vaithianathan द्वारा लिखित और निर्देशित किया गया है। फ़िल्म ROMEO की निर्माता मीरा विजय एंटनी हैं जबकि फ़िल्म में संगीत बराथ धनसेकर द्वारा दिया गया है। फ़िल्म ROMEO के मुख्य कलाकार Vijay Antony और Mirnalini Ravi हैं और सहयोगी कलाकारों में योगी बाबू,वीटीवी गणेश, इलावरसु,शा रा, और थलाइवासल आदि हैं।
जीवन में आर्थिक रूप में आत्मनिर्भर होते होते, हीरो विजय एंटोनी 35 वर्ष का हो जाता है और अभी तक उसे प्यार नहीं हुआ और बिना प्यार के वह किसी से भी शादी नहीं करना चाहता। दूसरी ओर,मृणालिनी रवि हैं, लीला के रोल में। लीला को फ़िल्म में अभिनय करना पसंद है और वह एक प्रतिष्ठित अभिनेत्री बनना चाहती है लेकिन उसके पिता को बेटी का सिनेमा में काम करना पसंद नहीं है।
किन्तु परिस्तिथियों के वशिभूत, विजय से शादी हो जाने पर, लीला विरोध तो नही करती पर शादी को स्वीकार भी नही कर पाती। उनके बीच 10 वर्ष का अंतर, एक जेनेरेशन गैप सा है। पत्नी का दिल जीतने के लिए, हीरो हर वह प्रयास करता है जिसे वह पसंद करे। यहाँ तक कि वह विक्रम नाम के छद्म नाम से, लीला को उसके लक्ष्य को पाने के लिए प्रोत्साहित भी करता है।
फ़िल्म ROMEO किसी भी तरह से मौलिक नहीं है यही इस फ़िल्म की सबसे बड़ी कमी है। कहानी का काफी कुछ अनुमान पहले से ही लग जाता है।कहानी में कोई आश्चर्य या नयापन नहीं है, ऐसा लगता है कि मानो रब ने बना दी जोड़ी का तमिल रीमैक देख रहे हो।

अभिनय के मामले में, विजय एंटोनी ने फ़िल्म ROMEO को अपने कंधों पर ढोने की कोशिस की है उनकी इमेज एक्शन हीरो की है और यह उनकी पहली रोमांटिक फ़िल्म है जो उनके अपने बैनर तले बनाई गई है। उनकी प्रत्येक फ़िल्म किसी सामाजिक समस्या पर आधारित होती है, यह भी है ,पर फ़िल्म की धीरी गति और घटनाओं का पूर्वानुमान फ़िल्म को नीरस बना देता है। मृणालिनी रवि ने बेहतरीन अभिनय किया है , एक महात्वाकांशी स्त्री के भावों को उन्होंने बहुत अच्छे से अभिनीत किया है। फ़िल्म में योगी बाबू जैसे कलाकार को कहानी में पर्याप्त महत्व नहीं मिल सका है।
कुल मिलाकर एक अच्छे विषय पर आधारित यह फ़िल्म ROMEO, स्क्रीन प्ले के दोहराव , घटनाओं के सहज पूर्वानुमान, और कथानक की नवीनता के अभाव में, एक सामान्य फ़िल्म बन कर रह गई है।
फ़िल्म ROMEO की IMDB रेटिंग 6.1/10 है।
निष्कर्ष:
क्या आपको “ROMEO” देखनी चाहिए?
Tamil फ़िल्म “ROMEO” एक हल्की-फुल्की रोमांटिक ड्रामा है, जिसमें प्रेम, संघर्ष और एक-दूसरे को समझने की यात्रा को दिखाया गया है। फिल्म के मुख्य पात्रों—विजय एंटोनी और मृणालिनी रवि—के बीच की केमिस्ट्री को बखूबी दर्शाया गया है, लेकिन कहानी में नयापन नहीं होने के कारण यह एक औसत दर्जे की फिल्म बन जाती है।
फिल्म देखने के कारण:
- हल्की-फुल्की रोमांटिक कहानी – यदि आपको रोमांटिक फिल्मों में दिलचस्पी है और आप रिलैक्स होकर एक साधारण प्रेम कहानी देखना चाहते हैं, तो यह फिल्म ROMEO आपके लिए एक अच्छा विकल्प हो सकती है।
- विजय एंटोनी का अभिनय – विजय एंटोनी एक शानदार अभिनेता हैं, और उन्होंने अपनी भूमिका को अच्छे से निभाने की पूरी कोशिश की है।
- मनोरंजन और हास्य का हल्का तड़का – फ़िल्म ROMEO में योगी बाबू जैसे कॉमेडियन हैं, जो बीच-बीच में हल्के-फुल्के मज़ाक और हास्य दृश्यों से मनोरंजन करते हैं।
- मृणालिनी रवि का आकर्षक अभिनय – लीला के किरदार में मृणालिनी रवि ने अच्छी परफॉर्मेंस दी है, और उनकी एक्टिंग प्रभावित करती है।
- संगीत और सिनेमैटोग्राफी – फ़िल्म ROMEO का संगीत ठीक-ठाक है, लेकिन कुछ गाने दिल को छू जाते हैं। वहीं, सिनेमैटोग्राफी अच्छी है और दृश्यों को खूबसूरती से कैप्चर किया गया है।
फिल्म ना देखने के कारण:
- कहानी में नयापन नहीं – फिल्म में कोई नया और दिलचस्प मोड़ नहीं है, जिससे यह पहले से देखी गई फिल्मों जैसी लगती है।
- धीमी गति – कहानी को तेजी से आगे बढ़ाने के बजाय, इसमें कई बार अनावश्यक दृश्य डाले गए हैं, जिससे फिल्म थोड़ी लंबी और उबाऊ लग सकती है।
- कमज़ोर स्क्रीनप्ले – अगर आपको गहराई और रोमांचक मोड़ वाली फिल्में पसंद हैं, तो यह फिल्म आपको निराश कर सकती है।
क्या आपको “ROMEO” देखनी चाहिए?
अगर आप एक साधारण, बिना किसी उलझाव वाली रोमांटिक फिल्म देखना चाहते हैं और आपको तमिल सिनेमा पसंद है, तो आप इसे एक बार देख सकते हैं। लेकिन अगर आप कुछ अनोखा, नया और प्रभावशाली देखना चाहते हैं, तो यह फिल्म आपके लिए उतनी दिलचस्प नहीं होगी।
कुल मिलाकर, “ROMEO” एक औसत दर्जे की रोमांटिक फिल्म है, जिसमें कुछ मजेदार और हल्के-फुल्के पल हैं, लेकिन यह दर्शकों को कोई नई या रोमांचक कहानी नहीं देती।
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