तमिल सिनेमा की समृद्ध परंपरा में 2018 में प्रदर्शित अपेक्षाकृत कम चर्चित लेकिन प्रभावशाली फिल्म “Sometimes” अपने संवेदनशील विषय और मनोवैज्ञानिक Thriller शैली के कारण अलग स्थान रखती है। प्रियदर्शन द्वारा निर्देशित यह फिल्म न केवल एंटरटेनमेंट प्रदान करती है बल्कि एक महत्वपूर्ण सामाजिक संदेश भी देती है।
फिल्म “Sometimes” की कहानी एचआईवी (HIV) से जुड़े भ्रम, डर, सामाजिक भेदभाव और व्यक्तिगत पछतावे के इर्द-गिर्द घूमती है। फिल्म के मुख्य कलाकारों में प्रकाश राज, श्रीया रेड्डी और अशोक सेलवन शामिल हैं, जिन्होंने अपने किरदारों को बेहद सजीवता से निभाया है।
कहानी: जब जिंदगी एक टेस्ट रिपोर्ट पर निर्भर हो
फिल्म “Sometimes” की कहानी उन सात लोगों के इर्द-गिर्द घूमती है, जो एक लैब में अपनी HIV रिपोर्ट के रिजल्ट का इंतजार कर रहे हैं। इनमें से हर किसी के मन में डर और अनिश्चितता है, लेकिन कोई भी अपनी भावनाओं को खुलकर व्यक्त नहीं करता। वे एक-दूसरे से यह बात छिपा रहे हैं कि वे टेस्ट के लिए यहां आए हैं, लेकिन मन ही मन घबराए हुए हैं।
जैसे-जैसे समय बीतता है, इन अजनबियों के बीच बातचीत शुरू होती है और वे अपनी ज़िंदगी की घटनाओं को साझा करने लगते हैं। कहानी एक दिलचस्प मोड़ तब लेती है जब लैब का रेसिप्शनिस्ट, पैसे लेकर पहले रिपोर्ट देने की बात करता है। लेकिन इससे पहले कि कोई भी रिपोर्ट देख पाए, वह खुलासा करता है कि सिर्फ एक व्यक्ति HIV पॉजिटिव है।
यह सुनते ही वहां मौजूद सभी लोग घबरा जाते हैं और खुद को दोषी मानने लगते हैं। वे सोचने लगते हैं कि “कहीं मैं ही वह इंसान तो नहीं?” यह डर और अनिश्चितता दर्शकों को भावनात्मक रूप से झकझोर देती है और फिल्म की गंभीरता को और बढ़ा देती है।
Sometimes: HIV के प्रति समाज की सोच को चुनौती देती एक फिल्म
फिल्म “Sometimes” का मुख्य उद्देश्य HIV और AIDS को लेकर समाज में फैली भ्रांतियों को तोड़ना है। आमतौर पर लोग मानते हैं कि HIV केवल असुरक्षित यौन संबंधों से फैलता है, लेकिन फिल्म यह दिखाती है कि इसके और भी कई कारण हो सकते हैं।
कुछ मुख्य संदेश जो यह फिल्म समाज को देना चाहती है:
✔️ HIV सिर्फ यौन संपर्क से नहीं फैलता – गलत मेडिकल प्रक्रियाएं, संक्रमित रक्त का ट्रांसफ्यूजन, साझा सुई का उपयोग और अन्य कारणों से भी यह संक्रमण हो सकता है।
✔️ HIV पॉजिटिव लोगों के साथ भेदभाव गलत है – यह एक संक्रामक रोग नहीं है जो साधारण संपर्क से फैल जाए, इसलिए संक्रमित लोगों का सामाजिक बहिष्कार नहीं किया जाना चाहिए।
✔️ भय और अनिश्चितता से बाहर निकलें – कभी-कभी हम अज्ञानता में बहुत बड़ी गलतियां कर बैठते हैं, लेकिन सही जानकारी और समझ से हम उन्हें सुधार सकते हैं।
फिल्म की USP: क्या बनाता है इसे खास?

1. सशक्त स्क्रीनप्ले और डायरेक्शन
प्रियदर्शन ने फिल्म को इस तरह से निर्देशित किया है कि यह दर्शकों को बांधे रखती है। पूरी फिल्म सिर्फ एक कमरे में घटित होती है, लेकिन इसके बावजूद यह कभी भी उबाऊ नहीं लगती।
2. दमदार अभिनय
✔️ प्रकाश राज – हमेशा की तरह, प्रकाश राज ने इस फिल्म में अपने किरदार के साथ पूरा न्याय किया है।
✔️ श्रीया रेड्डी और अशोक सेलवन – दोनों कलाकारों का प्रदर्शन बहुत प्रभावशाली है और वे अपने भावनात्मक दृश्यों में जान डाल देते हैं।
✔️ सपोर्टिंग कास्ट – फिल्म में हर किरदार का एक विशेष महत्व है, जो कहानी को और मजबूत बनाता है।
3. सामाजिक जागरूकता फैलाने वाली कहानी
✔️ फिल्म ना केवल मनोरंजन करती है, बल्कि दर्शकों को सोचने पर मजबूर भी करती है।
✔️ HIV को लेकर जो सामाजिक धारणाएँ हैं, उन्हें यह फिल्म पूरी तरह से तोड़ने का प्रयास करती है।
✔️ यह हमें यह सिखाती है कि (Sometimes) हम जिन चीजों को हल्के में लेते हैं, वे ही हमारे जीवन के सबसे बड़े मोड़ बन जाते हैं।
फिल्म की कमजोरियाँ: क्यों देखना या ना देखना चाहिए?
क्या अच्छा है?
✔️ दमदार एक्टिंग
✔️ शानदार निर्देशन
✔️ समाज को एक जरूरी संदेश देती है
✔️ बिना किसी मसाला या ड्रामा के भी प्रभावशाली
क्या सुधार हो सकता था?
❌ सीमित लोकेशन – फिल्म का पूरा घटनाक्रम एक ही कमरे में घटित होता है, जिससे कुछ दर्शकों को यह बोरिंग लग सकती है।
❌ धीमी गति – फिल्म की शुरुआत थोड़ी धीमी लग सकती है, लेकिन जैसे-जैसे कहानी आगे बढ़ती है, यह दिलचस्प हो जाती है।
क्या आपको “Sometimes” देखनी चाहिए?
यदि आप रोमांचक कहानियों और सामाजिक मुद्दों पर बनी फिल्मों में रुचि रखते हैं, तो “Sometimes” आपको जरूर देखनी चाहिए। यह फिल्म न केवल आपको भावनात्मक रूप से प्रभावित करेगी, बल्कि HIV/AIDS के बारे में महत्वपूर्ण जागरूकता भी प्रदान करेगी।
✔️ IMDb रेटिंग – 7.2/10 (एक अच्छी क्वालिटी की फिल्म होने का प्रमाण)
✔️ संदेशपरक और गंभीर विषय पर आधारित
✔️ शानदार स्क्रीनप्ले और दमदार अभिनय
Sometimes
🔗 Sometimes IMDb Page
🔗 Sometimes Movie Trailer (YouTube)
🔗 Tamil Thriller Movies List
निष्कर्ष: Sometimes – एक सोच बदलने वाली फिल्म
“Sometimes” एक ऐसी फिल्म है जो आपको अंदर तक झकझोर देती है। यह केवल HIV/AIDS के बारे में नहीं, बल्कि मानव स्वभाव, डर, पछतावे और सामाजिक भेदभाव के बारे में भी बात करती है। प्रियदर्शन द्वारा निर्देशित यह फिल्म बिना किसी जबरदस्ती के एक सशक्त संदेश देने में सफल होती है।
अगर आप एक गहरी और सोचने पर मजबूर करने वाली फिल्म देखना चाहते हैं, तो “Sometimes” आपकी वॉचलिस्ट में जरूर होनी चाहिए!
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